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*टीचर बने सीएम योगी, दिये छात्रों के सवालों के जवाब *

➡️…..टीचर बने सीएम योगी, दिए छात्रों के सवालों के जवाब*

*अटल आवासीय विद्यालय में सीएम योगी ने छात्रों के साथ किया संवाद*

*शिक्षक बन छात्रों को दी नसीहत, बार-बार न दोहराएं गलतियां*

*मुख्यमंत्री ने छात्रों के साथ ग्रुप फोटोशूट के साथ ही खुद क्लिक की सेल्फी*

*छात्रों के इनोवेटिव मॉडल्स को सराहा, इनोवेशन जारी रखने को किया प्रोत्साहित*

*छात्रों से बोले सीएम- जब सही हाथों में पैसा जाता है तो अटल आवासीय जैसा विद्यालय बनता है*

लखनऊ, विशेष संवाददाता।अटल आवासीय विद्यालयों के द्वितीय शैक्षणिक सत्र का शुभारंभ करने लखनऊ के मोहनलालगंज के सिठौली कला स्थिति विद्यालय पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बच्चों के साथ समय बिताया। इस दौरान न सिर्फ योगी ने प्रतिभाशाली छात्रों के द्वारा बनाए गए इनोवेटिव मॉडल्स को देखा और उसकी सराहना की, बल्कि क्लासरूम जाकर बच्चों से संवाद भी किया। मुख्यमंत्री ने शिक्षक बनकर छात्रों को सफलता के मंत्र भी बताए, जबकि छात्रों के सवालों के जवाब भी दिए। इस दौरान उन्होंने छात्रों के साथ ग्रुप फोटोशूट भी कराया तो सेल्फी भी क्लिक की।

*छात्रों के बनाए मॉडल्स देखकर योगी ने जताई खुशी*

कार्यक्रम के लिए मोहनलालगंज स्थित अटल आवासीय विद्यालय पहुंचे योगी आदित्यनाथ ने सबसे पहले छात्रों द्वारा बनाए गए इनोवेटिव मॉडल्स की प्रदर्शनी देखी। इस प्रदर्शनी में स्मार्ट डस्टबिन, स्मार्ट ब्लाइंड स्टिक, ऑटोमैटिक स्ट्रीट लाइट, ऑबस्टिकल अवॉइडिंग रोबोट, कंप्यूटर मॉडल, कैलीग्राफी और आर्ट एंड क्राफ्ट जैसे डिवाइस प्रस्तुत किए गए, जिसे देखकर मुख्यमंत्री ने छात्रों की सराहना की और उन्हें प्रोत्साहित किया। छात्रों ने उन्हें अपने मॉडल्स की विशेषताएं भी बताईं। एक बच्ची ने मुख्यमंत्री का चित्र भी बनाया, जिस पर मुख्यमंत्री ने सिग्नेचर भी किए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सभी बच्चों के साथ फोटोशूट भी कराया। यहां से मुख्यमंत्री सीधे क्लासरूम पहुंचे, जहां उन्होंने बच्चों से विद्यालय के बारे में, पढ़ाई के बारे में चर्चा की और उन्हें चॉकलेट वितरित की। मुख्यमंत्री ने बच्चों से पूछा कि पहले किस तरह की शिक्षा प्राप्त कर रहे थे और अब उनके जीवन में क्या बदलाव आया है। बच्चों ने बताया कि अब उन्हें अब स्मार्ट क्लास में पढ़ने का सुअवसर मिल रहा है।

*बार-बार न दोहराएं गलती*

इस दौरान मुख्यमंत्री ने छात्रों के सवालों के जवाब भी दिए। एक छात्र ने पूछा कि हाल ही में हमने लखनऊ में स्वतंत्रता दिवस की परेड में भाग लिया था, जहां हमें पुरस्कार भी मिला था। क्या हम दिल्ली की परेड में भी जा सकते हैं। इस सवाल के जवाब में योगी ने मुस्कुराते हुए कहा कि हां जरूर भेजा जाएगा। इसी तरह एक बच्चे ने पूछा कि जब आप स्कूल में पढ़ते थे तो क्या आपको भी गलती करने पर डांट पड़ती थी। इस पर मुख्यमंत्री ने शिक्षक की तरह छात्रों को नसीहत दी कि गलती अनजाने में हो जाए तो उसके लिए व्यक्ति दोषी नहीं होता है, उसमें सुधार की गुंजाइश होती है, लेकिन बार-बार गलती को दोहराना नहीं चाहिए। व्यक्ति कार्य करेगा तो गलती होगी, लेकिन यदि गलती बार-बार दोहराता है तो वह आदतन कर रहा है। स्वाभाविक रूप से हर बच्चे के जीवन में यह चीजें होती हैं। जब आप कुछ भी कार्य करिए, मेहनत करिए। अच्छी दिशा में कार्य करेंगे तो परिणाम अच्छे आएंगे। सवाल-जवाब के बाद मुख्यमंत्री योगी ने सभी बच्चों के साथ सेल्फी भी ली।

*जनता का ही पैसा है, जिसका सदुपयोग किया जा रहा*

इस दौरान एक बच्ची ने अटल आवासीय विद्यालय में अच्छी व्यवस्था के लिए मुख्यमंत्री का धन्यवाद देते हुए पूछा कि जब वो बच्चे थे तब क्या उन्हें भी इसी तरह की शिक्षा का अवसर मिला था। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना है जो आप लोगों के लिए यह व्यवस्था बनाई गई है। वास्तव में यह जनता का ही पैसा है। गलत हाथों में पैसा जाता है तो वो इसका दुरुपयोग करते हैं। सही हाथों में पैसा जाता है तो ऐसे ही सदुपयोग होता है, जैसे आपके लिए इतना अच्छा विद्यालय बना है। अटल आवासीय विद्यालय अभी 16 बन चुके हैं और दो बन रहे हैं। 57 अन्य जनपदों में भी हम बना रहे हैं। इससे हजारों बच्चों का कल्याण होने वाला है। अगर सही रास्ते पर चलोगे तो मंजिल मिलेगी, अगर गलत रास्ते पर चलोगे तो भटक जाओगे। यूपी सरकार ने अटल आवासीय विद्यालय के लिए भवन और भूमि उपलब्ध करवाने के साथ ही रजिस्टर्ड श्रमिकों के सेस के पैसे से यहां की हर दिन की गतिविधियों के संचालन के लिए एक कॉर्पस फंड बनाया है। इसके लिए आपको प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर धन्यवाद ज्ञापित कीजिए।

*श्रमिकों और निराश्रित बच्चों के बेहतर भविष्य की शुरुआत*

कक्षा 6 की छात्रा छवि गौतम ने मुख्यमंत्री से पूछा कि बच्चों के लिए अटल आवासीय विद्यालय खोलने का विचार उनके मन में कब और कैसे आया? इस पर योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने इसके बारे में हमें कहा था कि जो बीओसी बोर्ड होता है, जहां पर रजिस्टर्ड श्रमिकों के सेस का पैसा इकट्ठा होता है, उसका कमोबेश दुरुपयोग होता है। उन्होंने कहा था कि इसके बारे में कुछ सोचिए। मंत्रियों, जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ मंत्रणा करने के बाद हमारे मन में आया कि जो हमारा श्रमिक है वो निरंतर चलता रहता है। आज एक जिले में तो अगले दिन दूसरे जिले में कार्य करता है। वह अपने बच्चों को पढ़ा नहीं पाते हैं तो क्या हम उसके लिए व्यवस्था कर पाएंगे। दूसरा कोरोना कालखंड में जो बच्चे निराश्रित हुए थे, उन बच्चों के लिए कुछ व्यवस्था होनी चाहिए। इसी दिशा में प्रधानमंत्री मोदी की परिकल्पना को हमने अटल आवासीय विद्यालय के रूप में आपके सामने प्रस्तुत किया है। अटल बिहारी वाजपेयी देश के प्रधानमंत्री थे, उनकी स्मृतियों को ध्यान में रखते हुए यह व्यवस्था बनाई गई है और 57 नए जनपदों में बनने जा रहे हैं। इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद ज्ञापित करना चाहिए और दूसरा अटल बिहारी वाजयेपी के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित कीजिए, जिनके नाम पर कितने गरीब बच्चे यहां पर आकर अपना भविष्य बना रहे हैं।

*सीएम ने नियुक्ति पत्र दिया और पीडब्ल्यूडी ज्वाइनिंग के लिए दौड़ा रहा*

*नियुक्ति पत्र पाने वाले जेई से कहा जा रहा है पुलिस वेरीफिकेशन कराके लाएं*

लखनऊ। विशेष संवाददाता प्रदेश सरकार द्वारा नियुक्तियों को प्राथमिकता दिए जाने में विभागीय पेंचीदिगियां ही बाधक बनी हुई हैं। मुख्यमंत्री ने बीते चार सितंबर को अभियंत्रण विभागों के लिए नव चयनित अवर अभियंताओं (जेई) को नियुक्ति पत्र दिया था। जिसमें लोक निर्माण विभाग के 108 जेई भी थे। पीडब्ल्यूडी इन्हें ज्वाइनिंग कराने के लिए इस आधार पर दौड़ा रहा है कि वे खुद पुलिस वेरीफिकेशन कराकर लाएं। नियम यह है कि पुलिस वेरीफिकेशन ज्वाइनिंग देने के बाद अगले छह महीने के अंदर विभाग कराता है।

*डिप्लोमा इंजीनियर संघ ने सीएम को लिखा पत्र*

डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ के अध्यक्ष एनडी द्विवेदी ने विभाग द्वारा नव चयनित अवर अभियंताओं को ज्वाइनिंग नहीं दिए जाने पर मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। जिसकी प्रति उन्होंने पीडब्ल्यूडी राज्यमंत्री, विभाागध्यक्ष तथा शासन को भी भेजी है। पत्र के माध्यम से उन्होंने अवगत कराया है कि विभाग के लिए नव चयनित 108 अवर अभियंता समस्त औपचारिकताएं पूरी कर ज्वाइंनिंग के लिए विभाग का चक्कर लगा रहे हैं। विभाग द्वारा उन्हें एक सप्ताह से लगातार यह कह कर टरकाया जा रहा है कि वह पुलिस वेरीफिकेशन करवा कर ले आएं, जबकि पुलिस वेरीफिकेशन करवाने की जिम्मेदारी विभाग की है। जिसमें प्रायः दो माह से लेकर छः माह तक का समय लग जाता है।

*मुख्य सचिव द्वारा दी गई व्यवस्था की हो रही अवहेलना*

इसके लिए मुख्य सचिव द्वारा अप्रैल 2021 में स्पष्ट शासनादेश जारी किया गया था। जिसमें लिखा है कि बिना पुलिस वेरीफिकेशन के नव चयनित अभ्यर्थियों से निर्धारित प्रपत्र पर स्वघोषणा पत्र प्राप्त कर नियुक्ति प्रदान कर दी जाए। विभाग नव नियुक्त अवर अभियंताओं को ज्वाइंनिंग न देकर भेदभाव कर रहा है। मुख्यमंत्री से नियुक्ति पत्र प्राप्त करने के बाद भी नव चयनित अवर अभियंता इधर-उधर ठोकरें खा रहे हैं।

*सरकार शिक्षकों के खाली पद भरे,शिक्षक संघ ने निदेशक से भेंटकर सौंपा मांग पत्र*

लखनऊ, कार्यालय संवाददाता उप्र. माध्यमिक शिक्षक संघ एकजुट ने शिक्षकों की सेवा सुरक्षा की बहाली, शिक्षकों के खाली पद भरने और प्रवक्ता की पदोन्नति की मांग तेज कर दी है। एकजुट संगठन के प्रदेश अध्यक्ष सोहन लाल वर्मा ने गुरुवार को माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. महेंद्र देव से मुलाकात कर शिक्षकों की सेवा सुरक्षा की बहाली की मांग उठायी। उन्होंने बताया कि सेवा सुरक्षा की धारा 21 शिक्षकों की लाइफ लाइन हुआ करती थी। इसे तत्काल बहाल की जाए।श्री वर्मा ने निदेशक को बताया कि सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों के भारी संख्या में पद खाली हैं। विषय विशेषज्ञों के पद खाली हैं। शिक्षक न होने से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। प्रवक्ता की पदोन्नति नहीं हो रही है। सिटीजन चार्टर की व्यवस्था लागू किए जाने को लेकर अधिकारियों से कई बार वार्ता और धरना प्रदर्शन किये गए। इसके बावजूद शिक्षकों की लंबित मांगों का निस्तारण नहीं किया जा रहा है।

*शिक्षकों का धरना, पुरानी पेंशन और कैशलेश इलाज की मांग*

लखनऊ, कार्यालय संवाददाता उप्र. माध्यमिक शिक्षक संघ के बैनर तले गुरुवार को शिक्षकों ने पुरानी पेंशन की बहाली, तदर्थ शिक्षकों व प्रधानाचार्यों का विनियमितीकरण व कैशलेस इलाज की सुविधा समेत दूसरी मांगों को लेकर धरना दिया। शिक्षाभवन में धरने के दौरान शिक्षकों ने मांग रखी कि 2000 से पहले नियुक्ति पाए शिक्षकों की सतर्कता विभाग से जारी जांच सम्बंधी आदेश वापस लिया जाए, बकाया भत्तों का भुगतान और वित्त विहीन स्कूलों के शिक्षकों को समुचित मानदेय दिया जाए। मण्डलीय अध्यक्ष विधान चन्द्र द्विवेदी ने संयुक्त शिक्षा निदेशक एवं उपशिक्षा निदेशक को लंबित मांगों ज्ञापन दिया।प्रचार मंत्री जेके यत्रव ने कहा कि तबादले में शिक्षकों के वेतन भुगतान में अधिकारी हीलाहवाली कर रहे हैं। प्रान्तीय संयुक्त मंत्री मिथलेश पाण्डेय ने कहा कि शिक्षकों के लम्बित बकाया वेतन का भुगतान किया जाए। प्रान्तीय संरक्षण मंत्री संजय बाजपेई व प्रान्तीय कोषाध्यक्ष नन्द कुमार मिश्र ने कहा की संगठन तदर्थ शिक्षकों की सेवा सुरक्षा के लिए संर्घषरत है। प्रादेशिक महामंत्री आशीष कुमार सिंह ने कहा कि संगठन एकीकृत पेंशन योजना से सहमत नहीं है। सभी शिक्षकों कों जीपीएफ आधारित पुरानी पेंशन दी जाए। शिक्षकों की संम्पत्ति मानव संम्पदा पोर्टल पर अंकित किये जाने का भी विरोध किया गया। धरने में वरिष्ठ उपाध्यक्ष भगवान शंकर द्विवेदी, राम इकबाल बहादुर सिह, अवनीन्द्र पाण्डेय, आलोक सिंह आदि मौजूद रहे।

*परिषदीय स्कूलों में सत्रीय परीक्षा 18 सितम्बर से*

लखनऊ, प्रमुख संवाददाता प्रदेश के सभी परिषदीय स्कूलों में 18 से 24 सितम्बर तक सत्रीय परीक्षाएं कराई जाएंगी। बेसिक शिक्षा निदेशक प्रताप सिंह बघेल ने इस संबंध में सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए हैं। निर्देश में कहा गया है कि सत्रीय परीक्षाओं में कक्षावार मासिक पाठ्यक्रम के विभाजन के अनुसार अगस्त तक पूर्ण कराए गए पाठ्यक्रम के आधार पर प्रश्नपत्र तैयार कराया जाएगा। परीक्षा विद्यालय स्तर पर ही ली जाएंगी। उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कक्षा एवं विषय अध्यापकों द्वारा किया जाएगा। सत्रीय परीक्षाओं के अनुश्रवण एवं सफल क्रियान्वयन का संपूर्ण उ‌त्तरदायित्व प्रधानाध्यापक, प्रभारी प्रधानाध्यापक एवं खंड शिक्षा अधिकारियों का होगा।

*डीएलएड अभ्यर्थियों ने ताली-थाली बजाकर प्रदर्शन किया*

प्रयागराज। नई शिक्षक भर्ती को लेकर पत्थर गिरजाघर के बगल धरना स्थल पर चल रहे अनवरत धरने के आठवें दिन डीएलएड अभ्यर्थियों ने ताली-थाली बजाकर जोरदार प्रदर्शन किया। डीएलएड अध्यक्ष रजत सिंह ने कहा कि आज छह वर्षों से भर्ती नहीं आ रही है और इसे लेकर आठ दिन से लगातार धरना चल रहा है जिसकी वजह से ताली-थाली बजाई गई। प्रदर्शन में आंचल सिंह, प्रतिभा प्रजापति, विनय सिंह, विकास सिंह, लवकुश मौर्य, सुभाष यादव, तेजप्रताप, दीक्षित मौर्य, अजीत रैना आदि शामिल रहे।

*विज्ञापन में शामिल हो टीजीटी-पीजीटी के 25 हजार खाली पद*

प्रयागराज।युवा मंच के बैनर तले गुरुवार को सैकड़ों छात्रों ने शिक्षा सेवा चयन आयोग के सामने प्रदर्शन किया। छात्रों ने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने एक सप्ताह में टीजीटी-पीजीटी विज्ञापन 2022 में 25 हजार खाली पदों को शामिल करने का निर्णय नहीं लिया तो प्रदेशव्यापी आंदोलन किया जाएगा। घंटों चले प्रदर्शन के बाद मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन उपसचिव शिवजी मालवीय और नवल किशोर को सौंपा। ज्ञापन में परिषदीय प्राथमिक विद्यालय, एडेड उच्च प्राथमिक विद्यालय, संस्कृत माध्यमिक विद्यालय, अल्पसंख्यक विद्यालय व आईटीआई में अनुदेशक के सभी रिक्त पदों को तत्काल विज्ञापित किया जाए। उच्च प्राथमिक विद्यालयों में बीपीएड शिक्षक पदों का सृजन व माध्यमिक विद्यालयों में कंप्यूटर शिक्षकों की नियुक्ति और लंबित भर्तियों को समयबद्ध पूरा करने जैसे मुद्दों हल करने की मांग की। उपसचिव शिवजी मालवीय व नवल किशोर ने छात्रों से वार्ता कर जल्द परीक्षा कैलेंडर जारी करने का भरोसा दिलाया। इस दौरान अनिल सिंह, शीतला प्रसाद ओझा, जय प्रकाश यादव, रवीन्द्र पांडेय, शैलेश चौबे, रोहित सिंह, एडवोकेट प्रदीप चौधरी, भानु प्रताप सिंह, राजीव कुमार ओझा, ज्ञान चंद सरोज, कुलदीप शुक्ल, प्रवीण यादव, सुनील सिंह आदि मौजूद रहे।

*मौसम:यूपी में भारी बारिश से 22 की मौत*

*पश्चिम यूपी लौटते मानसून से बेहाल, अगले तीन दिन तक जारी रहेगा झमाझम का सिलसिला*

लखनऊ, प्रमुख संवाददाता। चलाचली की बेला में मेहरबान हुए मानसून ने यूपी को बेहाल कर दिया है। दो दिन से कभी रुककर तो कभी झमाझम हो रही बारिश से प्रदेश में 22 लोगों की जान चली गई। बारिश का सबसे ज्यादा कहर ब्रज मंडल में बरपा है। मौसम विभाग के मुताबिक राज्य में अगले तीन दिन तक भारी बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। पिछले 24 घंटे के दौरान हाथरस में सर्वाधिक 186 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। बुलंदशहर और संभल में भारी बारिश के कारण शुक्रवार को कक्षा एक से 12 तक सभी स्कूल बंद करने के आदेश दिए गए हैं। कृषि विज्ञानियों ने धान की फसल के लिए बारिश को फायदेमंद बताया है।मध्य भारत में उत्पन्न दबाव क्षेत्र के कारण पूरा यूपी बारिश से तरबतर है। ब्रज मंडल में पिछले 42 घंटे से लगातार बारिश जारी है। यहां बारिश के कारण से 14 लोगों की मौत हो गई। सबसे ज्यादा पांच मौतें मैनपुरी में हुई हैं। मुरादाबाद मण्डल के मूंढ़ापांडे में कच्चे मकान की दीवार गिरने से दो मासूमों की जान चली गई। कासगंज में तीन, एटा और मथुरा में दो-दो, फिरोजाबाद और बुलंदशहर में एक की मौत हुई है। वहीं कन्नौज, झांसी और फर्रुखाबाद में मकान गिरने की घटनाओं में एक-एक की जान चली गई। बांदा में आकाशीय बिजली गिरने से एक किसान की मौत हो गई। इटावा में दीवार गिरने से एक वृद्धा की मौत हो गई।मेरठ में मकान की छत गिरने से महिला की मौत हो गई। वहीं मध्य यूपी के कानपुर मंडल व बुंदेलखंड में बीते 24 घंटे से कहीं हल्की तो कहीं झमाझम बारिश हुई। इस दौरान हुए हादसों में चार की मौत हो गई। कानपुर मंडल के कन्नौज जिले के जगतपुर क्षेत्र में शुक्रवार को फिर डकुरा तूफान ने कहर बरपाया। आधा सैकड़ा पेड़ और बिजली के पोल धराशाई हो गए। कन्नौज, झांसी और फर्रुखाबाद में हुई घर गिरने की घटनाओं में एक-एक की जान चली गई जबकि बांदा में आकाशीय बिजली गिरने से एक किसान की मौत हो गई। वहीं इटावा के बसरेहर क्षेत्र में दीवार गिरने से वृद्धा की मौत हो गई। लखनऊ और आसपास के जिलों में गुरुवार को जोरदार बारिश से मौसम सुहावना हो गया। श्रावस्ती के गिलौला में आकाशीय बिजली से 38 वर्षीय युवक की मौत हो गई। बरेली मंडल के सभी जिलों में भारी बारिश ने 19 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। बरेली में बीते 24 घंटे में 90 मिमी से अधिक बारिश हो चुकी है। वहीं, बदायूं में सिविल लाइन कोतवाली क्षेत्र में बरेली हाईवे पर चलते ऑटो पर गुरुवार को पेड़ गिर गया जिससे महिला समेत पांच लोग घायल हो गए। शाहजहांपुर में पिछले 24 घंटे में 50 मिमी बारिश दर्ज की गई। वहीं लगातार बारिश से ट्रेन संचालन भी प्रभावित हुआ है।

*अचानक बाढ़ का खतरा*

मौसम विभाग ने खासकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पूर्वी और पश्चिमी मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों में अचानक बाढ़ आने को लेकर मध्यम से भारी खतरे की चेतावनी दी है। वर्षा के कारण निचले और पूरी तरह से जलमग्न क्षेत्रों में बाढ़ आ सकती है। आईएमडी के अनुसार, दबाव क्षेत्र ग्वालियर के पास शहर से लगभग 50 किलोमीटर उत्तर और आगरा से 60 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपूर्व में स्थित है।

*उत्तराखंड के 10 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया*

देहरादून। उत्तराखंड में गुरुवार को कई जिलों में भारी बारिश हुई। मौसम विभाग ने अगले दो दिन 10 जिलों में भारी बारिश का रेड और तीन जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। उधर, गुरुवार को केदारनाथ यात्रियों को सोनप्रयाग में रोक दिया गया। केदारघाटी में भूस्खलन के खतरे को देखते हुए प्रशासन ने यह कदम उठाया।

*प्रदेश में अभी और बरसेंगे बादल*

मौसम विभाग के मुताबिक राज्य में बारिश अभी जारी रहेगी। तीन दिनों तक भारी बरसात का अलर्ट जारी किया गया है। 24 घंटे में सबसे ज्यादा बरसात राज्य के पश्चिमी इलाको में दर्ज की गई है। मौसम विभाग के मुताबिक पश्चिमी उपसंभाग में सामान्य से 725.5 फीसदी अधिक वर्षा दर्ज की गई। कांशीराम नगर में 133.3 मिमी, आगरा में 127 मिमी, फिरोजाबाद में 120.6 मिमी, झांसी में 93.7 मिमी वर्षा दर्ज की गई। भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक राज्य के 52 जिलों में सामान्य से 60 से अधिक वर्षा दर्ज की गई।

*देश के 12 राज्यों में तेज वर्षा की चेतावनी*

नई दिल्ली। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने गुरुवार को देश के 12 राज्यों में अगले दो से तीन दिन तक तेज बारिश की चेतावनी दी है। मध्य भारत में उत्पन्न दबाव क्षेत्र के कारण दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी से अत्यधिक भारी बारिश की संभावना है। हिमाचल के तीन जिलों में अचानक बाढ़ आ सकती है। नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में कुछ स्थानों पर भी भारी बारिश का पूर्वानुमान है। ओडिशा में तेज बारिश होने की संभावना है। बिहार में भी येलो अलर्ट जारी किया गया है।

*57 जिलों में अटल आवासीय स्कूल खुलेंगे*

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को बड़ा ऐलान करते कहा कि अभी तो 18 अटल आवासीय विद्यालय प्रारंभ किए हैं, दूसरे चरण में 57 जनपदों में कंपोजिट विद्यालय के रूप में भी ऐसे ही विद्यालय खोलने जा रहे हैं।तीसरे चरण में प्रदेश की सभी 350 तहसीलों में लेकर जाएंगे तो चौथे चरण में 825 विकास खंड में ऐसे विद्यालयों की स्थापना होगी। पांचवें चरण में हम न्याय पंचायत स्तर पर लेकर जाएंगे। 2000 ऐसे विद्यालय प्रदेश के अंदर दिखाई देंगे जो बच्चों को पहली से 12वीं तक उत्तम शिक्षा देने का माध्यम बनेंगे। मुख्यमंत्री ने मोहनलालगंज स्थित अटल आवासीय विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश के सभी 18 अटल आवासीय विद्यालयों में शैक्षिक सत्र शुभारंभ के दौरान ये बातें कहीं। कक्षा 6-9 में प्रवेश वाले बच्चों को बैग-पुस्तकें दीं। कक्षा 6 में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पाने वाले छात्रों को पुरस्कार और सर्टिफिकेट वितरित किया।

*एक अगस्त तक शैक्षणिक सत्र की शुरुआत कराएं*

योगी ने विद्यालय प्रबंधन को निर्देश भी दिए कि अगले वर्ष से हर हाल में 6 और कक्षा 9 के बच्चों के लिए लिखित परीक्षा 15 जून तक हो औैर 15 जुलाई तक प्रवेश लेकर एक अगस्त तक शैक्षणिक सत्र शुरू कर दिया जाए। अभिभावकों से दो बार बैठक भी करें।

*राजधानी सहित प्रदेश में 25,000 से अधिक शिक्षकों के पद खाली*

लखनऊ। राजधानी के राजकीय और अनुदानित विद्यालयों में करीब 600 शिक्षकों के पद खाली हैं। मुख्य विषयों के शिक्षक न होने से छात्रों की पढ़ाई बाधित हो रही है। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ एकजुट ने माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. महेंद्र देव से मुलाकात कर खाली पदों पर शिक्षक भर्ती की मांग की है।माध्यमिक शिक्षक संघ एकजुट की ओर से जारी पत्र के अनुसार, राजधानी सहित प्रदेश में 25,000 से अधिक शिक्षकों के पद खाली हैं। लखनऊ के किशन नारायण इंटर कालेज, दिव्या मंदिर गर्ल्स हाईस्कूल नरही व एमकेएसडी इंटर कॉलेज निशातगंज सहित अन्य विद्यालयों में छात्रों के अनुपात में शिक्षकों की कमी की वजह से शिक्षा व्यवस्था पर प्रभाव पड़ रहा है।संघ के प्रदेश अध्यक्ष सोहनलाल वर्मा ने बताया कि साल 2021 में करीब पांच हजार पदों पर शिक्षक भर्ती का विज्ञापन निकाला गया। लेकिन, अभी तक परीक्षा नहीं हुई। शिक्षकों की सेवा सुरक्षा की धारा 21 को बहाल करने की मांग भी उठाई।

*116 संविदा शिक्षकों की भर्ती के लिए दोबारा शुरू होगी प्रक्रिया*

लखनऊ। ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय में छह माह पहले शुरू हुई 116 पदों पर संविदा शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया को अभी तक पूरा नहीं किया जा सका है। अब विवि प्रशासन सभी पदों के लिए दोबारा विज्ञापन जारी करेगा। भाषा विवि में मार्च में इंजीनियरिंग, विधि एवं फार्मेसी संकाय के 116 पदों पर संविदा शिक्षकों की भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया गया था। इसमें 14 प्रोफेसर, 27 एसोसिएट प्रोफेसर और 74 असिस्टेंट प्रोफेसर के पद शामिल थे। इनके सापेक्ष 300 से अधिक आवेदन मिले थे। लेकिन विवि प्रशासन की लचर कार्यशैली के चलते भर्ती प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ पाई। अब इन पदों को दोबारा विज्ञापित करने की तैयारी है।

*आदेश के बाद भी शिक्षकों ने नहीं ग्रहण किया कार्यभार*

लखनऊ। नगर क्षेत्र के सरकारी विद्यालयों में नियम विरुद्ध अटैच शिक्षकों की संबद्धता समाप्त होने के बाद भी दूसरे दिन शिक्षक अपने मूल विद्यालय में कार्यभार ग्रहण करने नहीं पहुंचे। कुछ शिक्षक बेसिक शिक्षा निदेशालय तो कुछ विभाग में अपना पक्ष रखने के लिए पहुंचे। हालांकि शिक्षकों के पास तैनाती का कोई आदेश नहीं था, ऐसे में उनको निराशा ही हाथ लगी। अधिकारियों ने भी दो टूक कह दिया कि उन्हें मूल विद्यालय में ही शिक्षण कार्य करना होगा। बीएसए राम प्रवेश ने कहा कि अभी शिक्षकों का समायोजन होना है, ऐसे में संबद्ध शिक्षकों की वजह से व्यवस्था प्रभावित होगी। नियम विरुद्ध संबद्ध शिक्षकों को मूल विद्यालय में भेजना जरूरी है, जो शिक्षक मनमानी करेंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। संवाद

*परीक्षा कैलेंडर जारी होने में अधियाचन का पेच, प्राथमिक शिक्षक भर्ती के लिए मांगा अधियाचन*

प्रयागराज। उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग पर वर्ष 2024 का परीक्षा कैलेंडर जारी करने का दबाव है.लेकिन, आयोग को अब तक किसी भी नई भर्ती का अधियाचन नहीं मिला है। आयोग ने संबंधित विभाग को पत्र भेजकर प्राथमिक शिक्षक भर्ती के लिए रिक्त पदों का अधियाचन मांगा है।वहीं, अभ्यर्थी लगातार आठ दिनों से सिविल लाइंस में पत्थर गिरजाघर के पास नई प्राथमिक शिक्षक भर्ती शुरू करने के लिए धरने पर बैठे हैं। ऐसे में आयोग की नवनियुक्त अध्यक्ष प्रो. कीर्ति पांडेय ने नए अधियाचन के लिए शासन स्तर पर बात की है और पत्र भी लिखा है। अगर केवल लंबित भर्तियों को कैलेंडर में शामिल किया जाता है तो अभ्यर्थियों का आंदोलन और तीव्र हो सकता है। क्योंकि, वे नई भर्ती का विज्ञापन जारी करने की मांग पर अड़े हैं। कैलेंडर में शामिल करने के लिए शिक्षा सेवा चयन आयोग के पास अभी केवल यही दो भर्ती परीक्षाएं हैं। इन भर्तियों के लिए दो साल पहले अगस्त- 2022 में आवेदन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है।इनमें अशासकीय महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के 1017 पद और अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक (टीजीटी)/ प्रवक्ता (पीजीटी) के 4163 पद शामिल हैं।

*छात्रवृत्ति शुल्क प्रतिपूर्ति के आरोपी की जमानत खारिज*

लखनऊ, विधि संवाददाता। निजी शिक्षण संस्थानों में संचालित होम्योपैथिक फार्मेसी फार्मासिस्ट पाठ्यक्रम में छात्रवृत्ति एवं शुल्क प्रतिपूर्ति के करोड़ों रुपये गबन करने के आरोपी अमर बहादुर गौतम की जमानत अर्जी भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के विशेष न्यायाधीश पीएन त्रिपाठी ने खारिज कर दी।विशेष अधिवक्ता कौशलेंद्र द्विवेदी ने बताया कि कार्यवाहक रजिस्टर उत्तर प्रदेश होम्योपैथिक मेडिसिन बोर्ड लखनऊ के कार्यवाहक रजिस्ट्रार शैलेंद्र कुमार ने वजीरगंज थाने में दर्ज कराई थी। आरोप लगाया गया है कि वर्ष 2019 से लेकर 2022 के बीच छात्रवृत्ति एवं शुल्क प्रतिपूर्ति के 47.63 करोड़ का गबन किया गया है। वर्ष 2021-22 का डाटा सहअभियुक्त दिनेश चंद दुबे व सुषमा मिश्रा की सहमति से बोर्ड के अनुमोदन के बिना अपने गृह जनपद अंबेडकरनगर से व्यक्तिगत डिजिटल हस्ताक्षर बनवाकर उसका भुगतान स्वयं अपने पास से किया गया। अदालत को बताया गया कि समाज कल्याण विभाग की जांच रिपोर्ट में यह पाया गया था कि 38 फर्जी संस्थाओं के संचालकों/ प्रबंधकों द्वारा भी कूट रचित अभिलेख से एवं मिलीभगत करके प्रश्नगत वित्तीय गबन किया गया है। जिसके बाद दिनेश चंद दुबे संविदा लिपिक, श्रीमती सुषमा संविदा लिपिक एवं श्रीमती सुनीता मलिक एवं 38 फर्जी संस्थाओं के प्रबंध संचालकों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराए जाने को कहा गया था। कहा गया है कि विवेचना के दौरान आरोपी की संलिप्त पाई गई है।

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